Sunday, December 5, 2010

यह होता है इंसान में भगवान का अंश

 आज की खबर में जाना की दुनिया भर के करीब 650 अरब लोगों में से कुछ चुनिन्दा अमीर लोगों में शुमार भारत के हर दिल अजीज ~"अजीज़ प्रेम जी"~ ने शिक्षा के क्षेत्र में विश्वव्यापी सुधार लाने के लिए 9 हज़ार करोड़ रूपए का दान दिया. उनकी इस क्रांतिकारी और ऐतहासिक पहल से एक नए भारत की इबारत लिखा जाना तो तय हो गया है. क्यों की किसी भी देश के सुनहरे भविष्य के नीव बच्चों के भविष्य पर ही निर्भर करती है, अगर कुछ और ऐसे लोग भारत के भविष्य निर्माण में एक कदम आगे बढ़ा दें तो सच में वो दिन दूर नहीं जब हर घर में शिक्षा होगी और हर मोहल्ले में स्कूल. 
जय हिंद - जय भारत
क्यों की
"अब मैं नहीं हम" 

1 comment:

Anonymous said...

great thought n writing skills ...!like d way u express ur emotions here...!keep going...!